रांची में स्कूल नहीं आने पर छात्राओं की पिटाई:10वीं की छात्रा को लगा अपमान, पीया जहर, रिंची अस्पताल में चल रहा इलाज
स्कूल नहीं आने पर तीन छात्राओं की इतनी पिटाई कर दी गयी कि उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भरती करना पड़ा। एक छात्रा को इस पिटाई से इतना अपमान महसूस हुआ कि उसने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। यह मामला राजधानी रांची से सटे रातू इलाके की है। जहां कृषक उच्च विद्यालय गडरी गुडू के सचिव, प्रधानाध्यापिका और शिक्षकों पर छात्राओं को पीटने की बात सामने आ रही है।
क्या है पूरा मामला
कृषक उच्च विद्यालय गडरी गुडू में क्लास 10वीं की दो छात्रा और क्लास छठी की एक छात्रा स्कूल नहीं आयी थी मंगलवार को दिन के तीन बजे विद्यालय के सचिव अशोक महतो, प्रधानाध्यापिका सीमा कुमारी, शिक्षक निरंजन महतो, शिक्षिका श्वेता तिर्की ने स्कूल नहीं आने पर दंड देने के बहाने तीनों की जम कर पिटाई कर दी। इस पिटाई से अपमानित महसूस करने पर आज 10 वीं की एक छात्रा ने कीटनाशक खा लिया। इससे उसकी हालत गंभीर हो गई। परिवार वाले उसे आनन-फानन में रिंची अस्पताल कटहलमोड़ में भर्ती कराया है। जहां उसका इलाज चल रहा है।
दो अन्य छात्राओं का भी हुआ इलाज
वहीं 10वीं की एक छात्रा और क्लास छह की एक छात्रा की पिटाई भी विद्यालय के सचिव अशोक महतो, प्रधानाध्यापिका सीमा कुमारी, शिक्षक निरंजन महतो, शिक्षिका श्वेता तिर्की ने की। इनकी भी पिटाई छड़ी से की गई। इस पिटाई के वजह से उनके पैर, जांघ, बांह में चोट के काफी निशान हैं। इन दोनों लड़कियों का ईलाज सीएचसी रातू में कराया गया। इस मामले को लेकर सुमन देवी व कमला उराईन ने रातू थाना में बुधवार को मामला दर्ज कराया है।
असेंबली के बाद गायब थी छात्राएं
विद्यालय के सचिव अशोक महतो ने कहा कि विद्यालय में किसी भी छात्र के साथ मारपीट नहीं की गई है। सारा आरोप निराधार है। जिस दिन घटना का आरोप लगाया गया है। उस दिन सुबह में नौ बजे असेंबली के बाद से ही तीनों छात्राएं गायब हो गई थी।
स्कूल सचिव ने बताया प्रेम प्रसंग का मामला
विद्यालय के सचिव ने छात्राओं पर आरोप लगाया कि स्कूल पीरियड में तीनों छात्राएं छह लड़कों के साथ किसी पिकनिक स्पॉट पर चली गई थी। जहां पर एक लड़के का बर्थडे भी मनाया गया था। वह लड़का नगड़ी सहेर का बताया जाता है। इसके अलावा पांच लड़के गांव के ही बताए जाते हैं। जिस लड़की ने जहर खाने की बात सामने आई है वो मामला प्रेम प्रसंग का है। अगर स्कूल में मंगलवार को मारपीट की गई होती तो बुधवार को जहर खाने का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि उसकी मां ने उसे घर पर डांटा तो लड़की ने जहर खा ली। स्कूल में मारपीट की किसी प्रकार की घटना नहीं जाती है।