अपने को मजदूर नेता बताने वाले राजेश सामंत आजकल ठेका कंपनियो को एवं कर्मचारियों को डराने धमकाने में लगे हैं। बता दें कि राजेश सामंत कुछ दिन पहले एक महिला के अपहरण के मामले में जेल भी जा चुके हैं। एक समय दुलाल भूंइया का काफी करीबी रह चुके राजेश सामंत को उसकी कालगुजारी को देखकर दुलाल भूंइया ने भी अपना कमिटी से इसको निकाल दिया है। इसके बाद राजेश सामंत सामाजिक सेवा संघ नामक संस्था का निर्माण किया और ठेका कंपनियां एवं कर्मचारियों को डरा धमकाकर पैसा की उगाही करने लगा। प्राप्त समाचार के अनुसार आजकल ठेका कंपनियां के कर्मचारियों से पाँच-पाँच हजार रुपया लेकर लोभ दे रहा हैं कि हम ठेका कंपनी से एक मुश्त राशि दिलवा देंगे। झारखंड लहर को अजय कुमार, सुधीर कुमार, सुजीत कुमार, राहुल जैसवाल और निर्मल महतो ने बताया कि हमलोग से भी राजेश सामंत ने पाँच-पाँच हजार रुपये लिया कि हम श्रमायुक्त के कार्यालय से ठेका कंपनी से एक बड़ा राशि दिलवा देंगे।
लेकिन आजतक वे पैसा तो नहीं दिलवा सके लेकिन हमलोगों ने जब अपना पैसा वापस माँगा तो मारने पीटने की धमकी देने लगा। अतः प्रशासन के अधिकारियों से अनुरोध है कि ऐसे जालसाज नेताओं को बढ़ावा ना देकर इस जैसे नेता पर अंकुश लगाए।